अथर्व वेद का अर्थ
[ atherv ved ]
अथर्व वेद उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- त्रिपुरातपिन ( ८०) = अथर्व वेद, शाक्त उपिनषद्
- परिव्रात् ( नारदपरिव्राजक) = अथर्व वेद, संन्यास उपिनषद्
- शरभ ( ५०) = अथर्व वेद, शैव उपिनषद्
- अन्नपूर्ण ( ७०) = अथर्व वेद, शाक्त उपिनषद्
- अथर्व वेद का और एक नाम ब्रह्मवेद है।
- अथर्व वेद में इसका विस्तार से वर्णन है।
- अथर्व वेद में कहा है सप्तः सूर्य्स रसम्यः।
- प्रश्र्नोपनिष्द - प्रश्र्नोपनिष्द अथर्व वेद से सम्बन्धित है।
- हयग्रीव ( १००) = अथर्व वेद, वैष्णव उपिनषद्
- अन्नपूर्ण ( ७०) = अथर्व वेद, शाक्त उपिनषद्